दशहरे की पूर्व संध्या पर प्रसिद्ध अभिनेता एवं रंगकर्मी आशुतोष राणा अभिनीत “हमारे राम” का मंचन सेक्टर 64 स्थित ओराना कन्वेंशन में हुआ। वसुधैव संस्कृति सहयोग फाउंडेशन द्वारा आयोजित नाटक का मंचन सौ से अधिक कलाकारों ने किया व कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्री पवन जिंदल एवं श्री आलोक कुमार उपस्थित रहे। “हमारे राम” नाटक महान राम कथा को प्रभावी संगीत, नृत्य, भव्य मंच सज्जा द्वारा जन-जन तक ले जाने का एक अभिनव प्रयास है. इस नाटक का निर्देशन गौरव भारद्वाज ने किया है और अभिनेता आशुतोष राणा ने इसमें रावण की भूमिका निभाई है ।
वसुधैव संस्कृति सहयोग फाउंडेशन द्वारा यह पहल अपनी संस्कृति, इतिहास, और परंपराओं को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई।
विश्व का इतिहास इस बात का साक्षी है कि निज भाषा, निज गौरव, निज संस्कृति से विमुख समाज, सभ्यता और राष्ट्र निश्चित ही पतन की ओर अग्रसर होते हैं । भारत अनेक प्रकार के सामरिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक आक्रमणों के बीच भी यदि एक सभ्यता के रूप में, एक राष्ट्र के रूप में अपनी अक्षुण्णता को बनाए रखने में समर्थ हुआ है तो उसका एकमात्र कारण है कि इसकी बुनियाद में सनातन संस्कृति का अमृत प्रवाहित होता है । भारत की सर्वसमावेशी सनातन संस्कृति ने तमाम प्रतिकूलताओं के बावजूद वसुधैव कुटुम्बम के सिद्धांत को व्यवहार रूप में प्रतिपादित किया और विश्व कल्याण की भावना को प्रसारित किया है । हर युग की, हर समय अपनी अलग चुनौतियां होती हैं और आज जब हम वैश्वीकरण के संचार-सूचना युग में जीते हुए कुछ अलग प्रकार के प्रश्नों के साथ खड़े हैं । यह समय हमारे सामने भौतिक प्रगति के नित नए प्रतिमानों के साथ अपनी संस्कृति-सभ्यता के साथ जुड़ाव का संकट खड़े कर रहा है । हम सब भौतिक आवश्यकताओं और प्रगति के अनंत पथ पर अपनी भूमिकाओं में अतिव्यस्त हैं । इस व्यस्तता और विस्तार के वातावरण में हमारे लिए अपनी संस्कृति के मूल से जुड़े रहना एक बड़ी चुनौती हो गई है । हम अपने पारंपरिक मूल्यों, साहित्य, संस्कार और प्रेरणा से अनचाहे ही विमुख हो रहे हैं । हमारा विचार समष्टि से व्यष्टि की विपरीत दिशा में जा रहा है इसलिए अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए हमें अपने सनातन सांस्कृतिक आख्यानों की ओर देखना आवश्यक हो गया है। इसी प्रश्न के समाधान की दिशा में पहल करते हुए सनातन संस्कृति की अभिव्यक्ति के माध्यम से सामाजिक चेतना के विस्तार तथा मानवीय मूल्यों की स्थापना के उद्देश्य को समक्ष रखकर सनातन संस्कृति सहयोग फाउंडेशन का गठन किया गया है ।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम का सम्पूर्ण जीवन हमारे मूल सांस्कृतिक मूल्यों का प्रकटीकरण है और उनके जीवन के आख्यान को वर्तमान पीढी के सामने प्रस्तुत करना निश्चित ही सामाजिक चेतना की दिशा में परिणामकारी है । इसीलिए इस महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए में फाउंडेशन द्वारा प्रथम कार्यक्रम के रूप में अभिनेता आशुतोष राणा अभिनीत मशहूर थिएटर प्रस्तुति “हमारे राम” का मंचन गुरुग्राम में किया गया है । विजयादशमी पर्व की पूर्वसंध्या पर गुरुग्राम के ओराना कन्वेंशन में यह मंचन हुआ । इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए रविवार 25 अगस्त 2024 को फाउंडेशन की एक बैठक की गयी जिसमें सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम में विभिन्न दायित्वों के लिए आवश्यक जानकारियां दी गई थी । इस कार्यक्रम की योजना में गुरुग्राम के प्रतिष्ठित व्यवसायिक संस्थानों के अनुभवी प्रोफेशनल्स समर्पण भाव से कार्य किया । इस कार्यक्रम के माध्यम से मिलेनियम सिटी गुरुग्राम के पांच सौ से अधिक परिवारों को आमंत्रित किया गया । इस आयोजन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने कहा कि “इस मंचन के माध्यम से महानगर में रहने वाले नई पीढ़ी के नागरिकों को सनातन संस्कृति के विचार की महानता एवं भव्यता से नया परिचय प्राप्त होगा”।
यह कार्यक्रम फाउंडेशन के व्यापक उद्देश्य की दिशा में प्रथम कदम है इसके बाद अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से सनातन संस्कृति की अभिव्यक्ति का यह प्रवाह निरंतर रहेगा ।